तेरी मर्जी का मैं हु गुलाम ।
मेरे अलवेले राम मेरे अलवेले राम।।
रोम रोम में आप बसे हो ,,
राम कहने से मिलता आराम ।। मेरे,,
तेरी रजा में करली है राजी,,
अब देदो सजा या इनाम ।। मेरे,,,,
जो भी करालो सब तुमपर न्योछावर,,
मेरी दौलत में भी तेरा नाम ।।मेरे,,,
Lyrics Submitted by Shri rajkumar mishra
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