Ek Ta Mo Bari Bhori

Madan Rai

एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी

एक दोहा याद आ गइल

नागन बैठी राह में, की बिरहन पहुंची आय
नागन डर गई आप मे, की बिरहन डंस न जाय

काहे से की

नाहर के नख में बसे, दन्ते बसे भुजंग
बिच्छी के पोछी बसे, बिरहन के सब अंग

एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम

फूल लोढ़े गइली बारी
साड़ी मोरी अटकल दारी
फूल लोढ़े गइली बारी
फूल लोढ़े गइली बारी
फूल लोढ़े गइली
साड़ी मोरी अटकल डारी
आरे सखिया रे
पिया बिना सड़िया केहु न छोराबे के राम

एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम

झूलत झूलत बारी, चढ़ गइली महल अटारी
झूलत झूलत बारी, चढ़ गइली महल अटारी
आरे सखिया रे, जहवा रे जोगिया धुनिया रमावेला ए राम
आरे सखिया रे, जहवा रे जोगिया धुनिया रमावेला ए राम
एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम


साड़ी मोरा फाटि गइली, अंगिया मसकी गइली
साड़ी मोरा फाटि गइली अंगिया मसकी रे गइली
आरे सखिया रे, नैना टपकी के नव रंग भिंजेला ए राम
आरे सखिया रे, नैना टपकी के नव रंग भिंजेला ए राम
एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम


जवना रे मन्दिरवा में, अति सुख पव ली हम
जवना रे मन्दिरवा में, अति सूझ पव ली हम
आरे सखिया रे, ओहि रे मन्दिरवा अगिया लागल ए राम
आरे सखिया रे, ओहि रे मन्दिरवा अगिया लागल ए राम
एक त मोबारी भोरी
दूसरे पिया के रे चोरी
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम
आरे सखिया रे
तीसरे बिरह से मातल ए राम

Lyrics Submitted by Ravindra Kumar from Bajpatti Gote Sitamarhi Bihar

Lyrics provided by https://damnlyrics.com/